नेपाल में सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध के खिलाफ युवाओं का गुस्सा हिंसा में बदल गया। फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम सहित सभी ऐप्स पर बैन लगाने के बाद हजारों युवाओं ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और संसद पर हमला कर दिया। इस हिंसा में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि यह केवल सोशल मीडिया बैन के खिलाफ विरोध नहीं है, बल्कि इसके पीछे नेपोटिज्म, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसी बड़ी समस्याएं भी हैं। नेपाल सरकार पर लगातार बड़े घोटाले और नेताओं के परिवारों की आलीशान जिंदगी को लेकर आरोप लगते रहे हैं। पिछले चार साल में गिरी बंधु भूमि स्वैप घोटाला, ओरिएंटल कॉर्पोरेटिव घोटाला और कॉर्पोरेटिव घोटाला सामने आए, जिनमें अरबों की हेराफेरी शामिल थी।
इसके अलावा नेपाल में युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई ने भी नाराजगी बढ़ाई है। जुलाई 2024 में केपी ओली की सरकार के चीन की तरफ झुकाव और भारत से दूरी ने भी नागरिकों में असंतोष पैदा किया। इस बीच कुछ हिस्सों में राजशाही की मांग भी जोर पकड़ रही है।